Print Good Work 16 Nov 2021
हरिद्वार पुलिस चौकी के पास में पुलिस द्वारा चैकिंग के दौरान 5 लोगों को पकड़ा गया था। 01- भावजी भाई पुत्र श्री तापु भाई ठाकुर पता- प्रजापति फलसु ग्राम सिंघाली , थाना महोडा जिला- खेडा गुजरात उम्र-42 वर्ष 02-शेख ताज अली पुत्र शेख मुसर्रफ अली पता 6/2 वासुदेवपुर कन्या रोड- 128 वेहाला दक्षिण परगना वेस्ट बंगाल उम- 28 वर्ष। 03- सुसामा बनर्जी W/o विपुल बनर्जी पता हल्दर ओवयान पारा सहजादपुर , ओम नगर दक्षिण 24 परगना उम्र 42 वर्ष। 04-कृष्णा दास W/o विश्वजीत दास R/o पोजावद , पोस्ट राचन्द्रापुर थाना मोईना जिला पोखो मैंहदीपुर पूर्वी बंगाल उम्र 32 वर्ष। 05- दीपक कुमार पुत्र वीरबल सिंह पता ग्राम ईब्राईमपुर थाना पथरी जिला हरिद्वार। जिनसे पूछताछ में शेख ताज व कृष्णादास द्वारा बताया गया था कि देहरादून एयरपोर्ट के पास स्थित सेंचुरी गंगोत्री अस्पताल में डॉ0 अमित राउत , डॉक्टर अक्षय राउत, डॉक्टर सुषमा दास, डॉक्टर संजय दास , डा0 जीवन राउत की आदि की टीम द्वारा उनकी किडनी निकाल दी गई है और उन्हें छोड़ने के लिए दिल्ली ले जा रहे हैं । उक्त सूचना पर थाना डोईवाला जनपद देहरादून में मुकदमा अपराध संख्या 256 /17 धारा 420 /341/ 370 /120 बी आईपीसी वह 18/19/ 20 मानव अंगों का प्रत्यारोपण अधिनियम 1994 बनाम डॉ अमित राउत, डॉ सुषमा दास, डॉक्टर संजय दास, डॉक्टर अक्षय राऊत, जावेद खान आदि पंजीकृत किया गया था। उपरोक्त मुकदमे की विवेचना तत्कालीन चौकी प्रभारी भुवन चंद पुजारी द्वारा की गई थी। विवेचना के दौरान दिनांक 13/9/2017 को जावेद खान को गिरफ्तार किया गया था। उसके द्वारा इस घटना में शामिल अपनी समस्त टीम का नाम बताया गया था। दिनांक 15/9/2017 को उक्त अभियोग में नामजद मुख्य आरोपी डॉक्टर अमित राऊत, डॉक्टर जीवन राउत, नर्स सरला सेमवाल को पंचकूला हरियाणा से गिरफ्तार किया गया था। जिनके कब्जे से एक मर्सिडीज एक बीएमडब्ल्यू और 3300000 रुपए( तैंतीस लाख रुपए ) नगद बरामद हुए थे जो अवैध किडनी ट्रांसप्लांट करके कमाए गए थे। तथा डॉ अमित राउत द्वारा बताया गया कि उसका बेटा डॉक्टर अक्षय राऊत भी घटना करके उनके साथ ही भागा था। और जिसे उसने नगद धनराशि देकर चंडीगढ़ से भगा दिया था। डॉक्टर अक्षय राऊत उर्फ बॉबी उर्फ अक्षय उर्फ अक्षय संतोष पुत्र डॉ अमित राउत उर्फ संतोष राउत निवासी D-5/29 DLF फेस फर्स्ट गुड़गांव हरियाणा दिनांक 11/9 /2017 से लगभग 4 वर्ष से फरार चल रहा था। जिसके विरुद्ध श्रीमान पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड द्वारा 20000/ (बीस हजार रुपए।) का इनाम भी घोषित किया है। वह भारत के विभिन्न हिस्सों में छिप कर रहा था। अभियुक्त अक्षय राउत उपरोक्त के विरुद्ध मु0अ0 सं0 256/17 तथा मु0अ0स0 294/17 धारा 2/3 गैंगस्टर एक्ट में भी कार्रवाई की गई है और माननीय न्यायालय से वारंट जारी है। बहुचर्चित किडनी कांड में इस अभियोग में अब तक 17 अपराधियों की गिरफ्तारी की गई है तथा उपरोक्त अभियोग में दिनाक-09/12/2017 को आरोप पत्र संख्या 303/17 पार्ट पेंडिंग माननीय न्यायालय प्रेषित किया गया था तथा दिनांक 17/12/2018 को आरोप पत्र संख्या 303A/2018 माननीय न्यायालय प्रेषित किया गया।
Published On: 16-12-2021